THE BASIC PRINCIPLES OF SHIV CHALISA LYRICS IN PUNJABI

The Basic Principles Of shiv chalisa lyrics in punjabi

The Basic Principles Of shiv chalisa lyrics in punjabi

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मातु पिता भ्राता सब कोई । संकट में पूछत नहिं कोई ॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती।

तुह्मरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै।।

शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन

मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

अर्थ- अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।

संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।

सोमवार के दिन आप सब से जल्दी उठ जाए और उसके बाद स्नान करें फिर पूजा घर में शिव जी माता पार्वती और नंदी website को स्थापित करें तथा उन पर गंगा जल चढ़ाएं उसके उपरांत भगवान शिव की प्रतिमा पर तिलक लगाएं और पूजा आरंभ करें ध्यान रखें जी आप सबसे पहले गणेश भगवान की आरती करें और उसके बाद ही आप शिवजी की चालीसा करें शिवजी पर बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं.

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं। अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं।।

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

हनुमान चालीसा लिरिक्स

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।

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